राजस्थान की राजधानी जयपुर अपने महलों, हवेलियों और इतिहास के लिए तो प्रसिद्ध है ही, लेकिन इसके कुछ हिस्से ऐसे भी हैं जो रहस्यों और डरावनी कहानियों से घिरे हुए हैं। उन्हीं में से एक है जगतपुरा, जिसे लोग “शापित इलाका” भी कहते हैं।
कहानी की शुरुआत:
करीब 20 साल पहले, जगतपुरा एक शांत और सुस्त इलाका था। यहां की एक पुरानी हवेली, जो अब खंडहर बन चुकी है, उसमें एक ब्राह्मण परिवार रहता था। वे ज्ञानी, शांत और अपने पूजा-पाठ में रमे रहने वाले लोग थे। लेकिन एक रात सब कुछ बदल गया।
एक अमावस्या की रात, हवेली से चीखने की आवाज़ें आने लगीं। पड़ोसी डर के मारे पास तक नहीं गए। सुबह जब दरवाजा खुलवाया गया, तो पूरा परिवार मृत मिला – किसी ने उनके गले पर तावीज़ से बने निशान छोड़ दिए थे। उस दिन से वो हवेली खाली हो गई, लेकिन रात को वहां से अब भी मंत्रों की आवाज़ें, किसी औरत की सिसकियाँ और खून से सने कपड़े लहराते हुए देखे जाते हैं।

जगतपुरा में रहने वाले कई लोग बताते हैं कि शाम ढलने के बाद गली नंबर 13 से अजीब सी फुसफुसाहटें सुनाई देती हैं। लोगों ने वहाँ बिना चेहरे वाली औरत को सफेद साड़ी में भटकते देखा है।
कुछ साल पहले, दो कॉलेज स्टूडेंट्स ने उस हवेली में “हॉरर वीडियो” शूट करने की कोशिश की। लेकिन एक छात्र का मानसिक संतुलन बिगड़ गया और आज भी वो सिर्फ एक ही बात दोहराता है: “वो मुझे घूर रही है…”
स्थानीय लोगों का मानना है कि वह परिवार किसी तांत्रिक से उलझ गया था और उन्हें श्राप मिला। उस श्राप की वजह से वह जगह कभी भी शांत नहीं हो पाई। कई ओझा और तांत्रिक इस जगह को शुद्ध करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन सबको या तो कोई हादसा हुआ या वो खुद ही गायब हो गए।
[…] 2. जगतपुरा (Jagatpura) […]