स्थान: पुणे, महाराष्ट्र
पुल का नाम: होलकर ब्रिज
स्थापना वर्ष: 19वीं शताब्दी (ब्रिटिश काल में बना)
Holkar Bridge: Jahan Aatmaayein Ghoomti Hain

कहानी की शुरुआत
पुणे शहर के कोरेगांव पार्क के पास बहने वाली मुठा नदी पर बना होलकर ब्रिज आज सिर्फ एक पुराना रेलवे पुल नहीं, बल्कि डर और रहस्य का प्रतीक बन चुका है। यह पुल अंग्रेजों के जमाने का है और अब तक कई लोगों की अचानक और रहस्यमयी मौतों का गवाह बन चुका है।डरावने किस्से और घटनाएं
1. रात में रोती औरत की आवाज़ें
स्थानीय लोगों का कहना है कि रात के वक्त इस पुल के पास से गुजरते समय अक्सर किसी औरत के रोने और चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। जब लोग रुकते हैं और देखने की कोशिश करते हैं, तो वहां कोई नहीं होता।
2. रेल की पटरी पर दिखने वाली आत्माएं
कई बार लोगों ने बताया है कि उन्होंने पटरी पर एक बूढ़े आदमी या सफेद साड़ी में औरत को देखा। जैसे ही ट्रेन आती है, वो अचानक गायब हो जाते हैं।

3. अचानक ट्रैक पर कूद जाना
पुल के आसपास कई आत्महत्या के केस हुए हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि कई मामलों में मरने वालों ने आत्महत्या करने का कोई कारण नहीं छोड़ा, और कुछ ने तो आखिरी वक्त पर कहा कि “किसी ने धक्का दिया”।
असली रहस्य क्या है?
कुछ मानते हैं कि यह सब अफवाहें हैं, जबकि दूसरे कहते हैं कि ब्रिज की नींव में कई मजदूरों की मौत हुई थी, जिनकी आत्माएं अब भी भटकती हैं।
यह भी कहा जाता है कि ब्रिटिश काल में किसी महिला को यहां बलपूर्वक मारा गया था, और तब से उसकी आत्मा इंसाफ के लिए भटक रही है।
एक सच्चा अनुभव
एक युवक ने बताया कि रात के 1:30 बजे जब वह ब्रिज के पास से गुजरा, तो उसे एक छोटी बच्ची पटरी पर खेलती हुई दिखी। जैसे ही उसने चिल्लाकर रोका, बच्ची उसकी तरफ देख कर मुस्कराई और हवा में गायब हो गई।
आज की स्थिति
अब इस ब्रिज से लोग रात के वक्त गुजरने से डरते हैं। रेलवे और पुलिस ने कई बार इसे “No Trespassing Zone” घोषित किया है, लेकिन किस्से और हादसे रुकने का नाम नहीं लेते।
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